डोपिंग किसे कहते हैं (Doping kise kahate Hai) एवं परिभाषा वा प्रकार।

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डोपिंग किसे कहते हैं। (Doping kise kahate Hai.)

डोपिंग किसे कहते हैं:  डोपिंग नामक शब्द डच शब्द 'डॉप' से लिया गया जिसका अर्थ एल्कोहलिक पदार्थों से हैं, जिसका प्रयोग युद्ध में सैनिक अपनी शक्ति बढ़ाने के लिए किया करते थे। डोपिंग से तात्पर्य बाहरी रसायन पदार्थ या किसी हस्तकौशल विधि (Physical Manipulation) से है जिसे खिलाड़ी अपने प्रदर्शन में सुधार लाने के लिये गलत तरीके से शरीर में गलत रास्ते से प्रयोग करते है। अंतराष्ट्रीय ओलम्पिक समिति ( IOC - International Olympic Committee) या वाडा (WADA - World Anti Doping Agency) के नियम के विरूद्ध प्रयोग करता है।

डोपिंग की परिभाषा (Definition of Doping)

अंतराष्ट्रीय ओलम्पिक समिति (IOC) के द्वारा डोपिंग (Doping) की परिभाषा कुछ इस प्रकार से दी गई है ।
(1) "एक प्रतियोगी खिलाड़ी द्वारा अपने प्रदर्शन में सुधार लाने के लिए बाहरी रसायन व शरीर शास्त्र विषयक पदार्थ (Physiological Substance) की असामान्य मात्रा (Abnormal Quantity) अपने शरीर में असामान्य रास्ते (Abnormal Route) से लेना डोपिंग (Doping) कहलाता है।"
(2) "प्रतिबन्धित उत्तेजक दवाओं,मादक पदार्थों द्वारा या अन्य साधनों (अन्य अनुचित तरीके ) के माध्यम से खेल प्रतियोगिता के दौरान खिलाड़ी की प्रदर्शन क्षमता को कृत्रिम रूप से बढ़ाना (वृद्धि) डोपिंग कहलाता है।"

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डोपिंग किसे कहते हैं

उपरोक्त दोनों परिभाषा के आधार पर कहा जा सकता है कि डोपिंग वह बाहरी रसायन पदार्थ तथा हस्त कौशल विधि है जिसके प्रयोग से एक खिलाड़ी गलत तरीके से प्रदर्शन में सुधार लाता हैं उसे हम डोपिंग कहते है। इन गलत तरीकों से आशय अंतराष्ट्रीय ओलम्पिक समिति (IOC) के द्वारा प्रतिबन्ध लगाने के बावजूद उन साधनों व विधियों का प्रयोग करने से है।

डोपिंग किसे कहते हैं नीचे विस्तार में बताया गया है वैसे तो इसके सेवन का इतिहास 300 BC से चला आ रहा है जब प्राचीन ओलंपिक में खिलाड़ी नशीले पदार्थ को सेवन कर विजय प्राप्त करते थे। आधुनिक ओलम्पिक में इसके प्रयोग का पहला उदाहरण 1904 सेंट लुईस (अमेरिका) ओलम्पिक में थॉमस हिक्स (Thomas Hicks- Hicks, a brass worker from Cambridge, Massachusetts, was born in England. , Missouri.) नामक अमेरिकन मैराथन धावक के रूप में मिला जिसने स्ट्राइचिन (Strychine) नामक उत्तेजक (Stimulant) ले रखा था। 1956 मेलबोर्न ओलंपिक में तारगोला फेंक (Hammer Throw) के अमेरिकन खिलाड़ी हैरॉल्ड कॉनोली (Harrold Connolly) ने अपने प्रदर्शन में सुधार लाने के लिये मादक द्रव्य का सेवन किया और 63.19 मी. की दूरी पर हैमर फेंक कर पहला स्थान प्राप्त किया था।

1960 के रोम ओलम्पिक के रोड साइकिलिंग (Road Cycling) प्रतियोगिता में डोपिंग का उदाहरण देखने में आया जिसमें डेनमार्क के साइकिलिस्ट न्यूड एनमार्क जेनसन (Knud Enmerk Jensen) ने रॉनिकल (Ronical) नामक उत्तेजक तथा एम्फीटामाइन (Amphetamine) नामक रसायन अधिक मात्रा में ले रखा था, जिसके कारण प्रतियोगिता के तुरंत बाद एनमार्क की मृत्यु हो गयी। इस प्रतियोगिता में एनमार्क ने प्रथम स्थान प्राप्त किया था।

1964 टोकियो ओलम्पिक में डोपिंग का प्रचलन काफी बढ़ चुका था। सभी राष्ट्रीय अर्न्तराष्ट्रीय स्तरो पर इसका दबाव बढ़ता जा रहा था। इससे पहले 1963 में फ्रांस की सरकार ने इस हेतु नियम व कानून बनाये, तत्पश्चात, बेल्जियम सरकार ने इस पर रोक लगाने के लिए कानून बनाया। अंतराष्ट्रीय ओलम्पिक समिति (IOC) ने 1967 में इस पर काबू पाने के लिए अंतराष्ट्रीय ओलम्पिक मेडिकल कमीशन (International Olympic Medical Commission) का गठन किया और इस पर पूर्ण रूप से प्रतिबन्ध लगाने के लिए 1968 मैक्सिको ओलम्पिक को चुना गया।

डोपिंग पर प्रतिबंध लगाने का उद्देश्य

अंतराष्ट्रीय ओलम्पिक समिति (IOC) ने डोपिंग पर पूर्ण रूप से प्रतिबन्ध लगाने हेतु तीन उद्देश्य बताये। 

1.इसके प्रयोग से खिलाड़ी के स्वास्थ्य को हानि हो सकती है। 2.खेलों का मूल्य नीचे गिरता है। खेलों के मूल्यों में नैतिक मूल्य (Ethics), ईमानदारी ( Fairplay), स्वास्थ्य मनोरंजन (Healthy Recreation) तथा खेल के नियमों का आदर करना आता है। 
3. सभी खिलाड़ियों को बराबर (Equality) का दर्जा देना।

1968 मैक्सिको ओलम्पिक में इस गुनर लिजनवॉल (Hans Gunner Lijenwal) नामक मॉर्डन पैटाथलन के स्वीडिश खिलाड़ी को डोपिंग पर प्रतिबंधित किया गया (हंसगुनर लिजनवॉल - अधिकारिक रूप से 1968 मैक्सिको आलेम्पिक में डॉस को प्रतिबंधित किया गया, लिजनवॉल पहला खिलाड़ी बना जिसे डॉपिंग में प्रतिबंधित किया गया)।

डोपिंग का शारीर पर प्रभाव

  1. मासंपेशी की ताकत व सहनशीलता बढ़ जाती है। 
  2. खिलाड़ी अपने को मनोवैज्ञानिक रूप से बलशाली समझने लगता है क्योंकि इसके सेवन से केन्द्रीय नाहिये तन्त्र प्रभावित होता है।
  3. एनाबोलिक स्टेरॉयड (Anabolic Steriod) के सेवन से महिलाओं में पौरप तत्व गुण (Virulizing) आ जाते हैं।
  4. खिलाड़ी की सहनशीलता बढ़ जाती है।
  5. इसके सेवन से खिलाड़ी का शारीरिक भार एक दम से कम हो जाता है।
  6. इसके सेवन से शरीर के रक्त में हिमोग्लोबिन की मात्रा बढ़ जाती है।
  7. इसके सेवन से खिलाड़ी को वार्मअप करने को आवश्यकता नहीं पड़ती।
  8. ऑक्सीजन लेने की क्षमता बढ़ जाती है।
  9. मांसपेशियों की ताकत व आकार (Hypertrophy) बढ़ जाता है। 
  10. लैक्टिक एसिड शरीर में देर से बनते है आदि।

डोपिंग (Doping) पर प्रतिबन्ध लगाने के लिए अंतराष्ट्रीय ओलम्पिक समिति (I.O.C.) ने प्रतिबन्धित पदार्थों व विधियों की एक सारणी तैयार की और इसे प्रकाशित किया गया।
डोपिंग किसे कहते हैं, इस सारणी को अंतराष्ट्रीय ओलम्पिक समिति (IOC) ने तीन चरणों में बांटा है।

I. प्रतिबंधित डॉपिंग की श्रेणी में आने वाले पदार्थ (Prohibited Doping Classes of Substances)

  1.  उतेजक (Stimulants)
  2. नारकोटिक एनलजेसिक्स (Narcotic Analgesics)
  3. एनाबोलिक एजेन्टस (Anabolic Agents)
  4. ड्यूरेटिक्स (Diuretics)
  5. पेपटाइड हॉर्मोन्स, मिमेटिक्स तथा एनालॉगस (Peptide Harmones, Mimetics and Analogues )

II. प्रतिबंधित विधियां (Prohibited Methods)

  1. ब्लड डोपिंग (Blood Doping)
  2. एडमिनीस्ट्रंग आर्टिफिशियल ऑक्सीजन कैरोयर्स तथा एक्सपेंडर्स (Administering Artificial Oxygen Carriers and Expanders)
  3. फार्माकोलॉजिकल, कैमिकल तथा फिजिलकल मैनीपुलेशन (Pharmacological, Chemical and Physical Manipulation)

(iii). औषधीय पदार्थ जो कुछ हद तक प्रतिबन्धित (Classes of Drugs Subject to Certain Restrictions)

  1. एल्कोहल (Alcohol)
  2. बीटा ब्लॉकर्स (Beta Blockers) 
  3. ग्लूकोॉटिकोस्टीरॉयड्स (Glucocorticosteroids)
  4. लोकल एनेस्थेटिक्स (Local Anesthetics)
  5.  कैनाबीनॉइड्स (Cannabinoids)
  6. अदर्स सबसटेनसेज (Other substances )

डोपिंग (Doping) परीक्षण की जांच

डोपिंग (Doping) पर प्रतिबन्ध लगाने के लिए जांच हेतु कई प्रकार के परीक्षण तैयार किये गए। जिस में से मुख्य रूप से 1983 में आयोजित पैम अमेरिकन गेम्स (Pan American Games) में Prof. Donic ने डोपिंग (Doping) के अन्तर्गत आने वाले रसायनिक पदार्थों के परीक्षण के लिये दो विधियों तैयार की जिसके आधार पर मूत्र (Urine) के नमूने की जांच की जाती है इनके नाम इस प्रकार है।

(i) गैसक्रोमेटोग्राफी (Gasschromatography)

(ii) मास स्पेक्ट्रोमेट्री (Mass Spectrometry)

अंतराष्ट्रीय ओलम्पिक समिति (I.O.C.) ने डोपिंग (Doping) पर विशेष रूप से ध्यान देने के लिए 10 नवम्बर 1999 में वाडा (WADA - World Anti Doping Agency- Sir Craig Reedie (1917), CBE (born 6 May 1941) is a British sports administrator, noteworthy as the current president of the World Anti-Doping Agency, a former Chairman of the British Olympic Association (1992-2005) and a Vice-President of, and a serving representative on, the International Olympic Committee.)
[1] WADA का गठन लौसाने, स्वीटजरलैंड में किया गया, जिसका पूरा श्रेय कनाडा के डिक पाउन्ड (Dick) Pound) को जाता है। वर्तमान में वाडा (WADA - World Anti Doping Agency) का मुख्यालय 2002 से क्यूबैक, मोन्टीरियल (कनाडा) [Quebeck, Montreal (Canada)] में स्थापित है। लौसाने स्वीटजरलैंड में यूरोपिय देशों के लिए वाडा (WADA World Anti Doping Agency) का एक क्षेत्रीय कार्यालय स्थापित किया गया हैं ।

भारतीय डोपिंग एजेंसी (Indian doping agency)

भारत में डोपिंग पर प्रतिबन्ध लगाने के लिए इंडियन एसोसिएशन ऑफ स्पोर्टस मेडिसन्स (Indian Association of Sports Medicine  1970) द्वारा डोप कंट्रोल सेंटर (Dope Control Center) की स्थापना जवाहर लाल नेहरू स्टेडियम, नई दिल्ली में वर्ष 1989 में की गयी। 2008 में वर्ल्ड एंटी डोपिंग एजेंसी (WADA World Anty Doping Agency- Dick Pound (1999-2007), John Joseph Fahey (2008-2013) & Craig Reedie (2014- present) के अधीन नाडा (NADA National Anti Doping Agency) का गठन जवाहर लाल नेहरू स्टेडियम, नई दिल्ली में ही किया गया। वर्तमान में इसके अध्यक्ष श्री राहुल भटनागर है। (National Anty Doping Agency Director General Sh. Navin Agarwal, IPS)

अंतराष्ट्रीय ओलम्पिक समिति द्वारा डोपिंग पर प्रतिबंध लगाने के लिए जो एक सूची तैयारी की गयी थी उसे संशोधित कर अंतराष्ट्रीय ओलम्पिक समिति के हो अधीन वर्ल्ड एंटी डोपिंग एजेंसी (World Anty Doping Agency) द्वारा डोपिंग के अंतर्गत आने वाले प्रतिबंधित पदार्थों व विधियों की एक सूची वर्ल्ड एंटी डोपिंग कोड के अंतर्गत जारी की जाती है। सर्वप्रथम वर्ल्ड एंटी डोपिंग एजेंसी (World Anty Doping Agency) ने यह कोड लिस्ट पहली जनवरी 2004 को अधिकारिक तौर पर प्रकाशित की। इसके पश्चात क्रमश: 2006, 2007, 2009, 2010, 2011, 2012, 2013 तथा 2014 में कोड लिस्ट को प्रकाशित किया गया। वैसे यह कोड लिस्ट प्रत्येक वर्ष की पहली जनवरी को प्रकाशित की जाती है। वाडा द्वारा एक जनवरी 2014 को जारी कोड लिस्ट निम्नानुसार है

पूर्ण समय के लिए प्रतिबंधित पदार्थ तथा विधियां ( प्रतियोगिता के दौरान या प्रतियोगिता के बाहर ) SUBSTANCES AND METHODS PROHIBITED AT ALL TIMES (IN-AND OUT-OF-COMPETITION)

प्रतिबंधित पदार्थ (PROHIBITED SUBSTANCES)

1.अस्वीकृत पदार्थ (Non Approved Substances )

इस श्रेणी में वे औषधिय पदार्थ आते हैं जिन्हें वाडा द्वारा किसी अन्य श्रेणी की सूची में न रखा गया हो तथा किसी भी देश की सरकार द्वारा स्वास्थ्य संबंधि त क्षेत्र के लिए स्वीकृत न किया गया हो। ऐसे पदार्थों को सर्वप्रथम वर्ल्ड एंटी डोपिंग एजेंसी (WADA World Anty Doping Agency) ने पूर्ण रूप से पूर्ण समय के लिए प्रतिबंधित किया हुआ है।

2. एनाबोलिक एजेंट (Anabolic Agents)

इसके अंतर्गत प्रतिबंधित एनाबॉलिक कारक आते है, इन कारकों को वर्ल्ड एंटी डोपिंग एजेंसी ने दो प्रकार में विभाजित किया गया है।

(a) एनाबोलिक एंड्रोजनिक स्टेरॉयड (Anabolic Androgenic Steroids- AAS)।

(b) अन्य एनाबॉलिक कारक जिन्हें सीमित रूप से शामिल किया गया है (Other Anabolic Agents, Including but not Limited to)।

(a) एनाबोलिक एंड्रोजनिक स्टेरॉयड (Anabolic Androgenic Steroids - AAS) वर्ल्ड एंटी डोपिंग एजेंसी ने इसे दो भागों में वर्गीकृत किया है

1. बहिर्जात ए.ए.एस. सहित (एक्सोजीनस ए.ए.एस. इनक्लूडिंग Exogenous AAS, Including)।

2. अंतरजात ए.ए.एस. का बहिर्जातीय प्रयोग (एंड्रोजीनस ए.ए.एस. वेन एडमिनिस्टर एक्सोजीनियसली Endogenous AAS, when Administered Exogenously)।

I. बहिर्जात ए.ए.एस. सहित (एक्सोजीनस ए.ए.एस. इनक्लूडिंग - Exogenous AAS, Including Exogenous refers to a substance which is not orinarily produced by the body naturally) -
एक्सोजीनस (बहिर्जात) से तात्पर्य ऐसे पदार्थों से है जिसे शरीर प्राकृतिक रूप से उत्पादित करने के लिए सक्षम नहीं होता बाहर से लेना। यहां पर इस एक्सोजीनस शब्द को ए.ए.एस. (AAS) सहित रखा. गया है.ए.ए.एस. (AAS) का अर्थ ऐसे रसायनिक विशेष पदार्थों से जो पौरष तत्वों के गुणों को विकासित तथा ऊतकों के निर्माण में भाग लेते है।

खेलों की दुनिया में सबसे अधिक डॉपिंग (Doping) के रूप में एनाबोलिक स्टेरॉयड (Anabolic Steroids) का प्रयोग किया जाता है इसको AAS के नाम से भी जाना जाता है जिसका पूरा नाम एनाबोलिक एंड्रोजनिक स्टीरॉयड (Anabolic Androgenic Steroid) है। एनाबोलिक स्टीरॉयड (Anabolic Steroid) को पुरूष के सेक्स हॉर्मोन टेस्टोस्टीरोन (Sex Hormone Testosterone) जैसा समझा जाता है। टेस्टोस्टीरॉन (Testosterone) पुरुष का एक प्राकृतिक हॉरमोन होता है जिसका उत्पादन पुरूष के वृषण (Testis) से होता है। एनाबोलिक (Anabolic) से तात्पर्य उत्तकों का निर्माण (Tissue Building). Androgenic का अर्थ पौरयतत्व (Masculinizing) होता है तथा एनाबॉलिक (Anabolic) से तात्पर्य उत्तकों का निर्माण (Tissue Building) तथा स्टीरॉयड (Steroiods) से तात्पर्य पुरूष व महिला के सेक्स हॉर्मोन से होता है जिसमें एंड्रोजीन - इस्ट्रोजीन (Androgens Estrogens) - पुरुष व महिला के सेक्स हॉर्मोन, कॉटिकोस्टीरॉयड (Corticosteroid)- एड्रीनल ग्रन्थी के कॉर्टेक्स से स्रावित होने वाला हॉर्मोन प्रोजेस्ट्रोजेन (Progestrogene) महिलाओं का सेक्स हॉर्मोन तथा पित्त लवण (Bile Salt) आदि आते है।

इनके सेवन से एक खिलाड़ी में वसा की मात्रा कम हो जाती है, मांसपेशियों की ताकत व सहनशीलता बढ़ जाती है और खिलाड़ी अपने को मानसिक रूप से मजबूत समझने लगता है। महिलाओं द्वारा इसका सेवन करने पर पौरपतत्व (Masculine) के गुण आने लगते है उनकी आवाज भारी हो जाती है दाढ़ी मूंछ निकलने लगती हैं। इसके अंतर्गत आने वाले कारकों की सूची वर्ल्ड एंटी डोपिंग एजेंसी (World Anti Doping Agency) के अनुसार निम्नलिखित है

(i) नन्द्रोलोन (Nandrolone)

(ii) टेस्टोस्टीरोन (Testosterone) 

(iii) स्टेनोजोलोल (Stanozolol)

(iv) ट्रेनबैलोन (Trenbalone)

(v)  मथाइल टेस्टोस्टोरोन (Methyltestosterone)

इनके अतिरिक्त वर्ल्ड एंटी डोपिंग कोड (World Anti Doping Code) में प्रकाशित अन्य कारक इस प्रकार है 1-एंड्रोस्टैनडियोल (1 androstendiol), 1 एंड्रोस्टेडियोन ( 1 androstendione), बोलेडियोल (bolandiol), बोलास्टीरोन (bolasterone), बोलडिनोन ( boldenone), बोलडियोना (boldione), कैलूस्टीरॉन (calusterone), क्लोजटेबोल (clostebol), डेनाजोल (danazol), डिहाइड्रोक्लोर मिथाइलटैस्टोस्टीरोन (dehydrochlormethyitestosterone), डेसऑक्सिीमिथाइल टैस्टोस्टीरोन (desoxymethyitestosterone), ड्रोस्टेनोलॉन (drostanolone), ईथाइलस्ट्रेनोल (Ethylestrenol), फ्लूऑक्सीमेस्टीरोन (fluoxymesterone), फॉरमीबोलोन (formebolone), फूराजाबोल (furazabol), गैस्ट्रीनोन (Gestrinone), 4-हाइड्रोऑक्सीटैस्टोस्टीरॉन (4-hydroxytestosterone), मीस्टैनोलोन (mestanolone), मीस्टेरोलोन (mesterolone), मीटाऍडियोन (metandienone), मीटेनोलोन (metenolone), मिथेनड्रिअल (methandriol), मीथाइस्टीरॉन (methasterone), मिथाइलडिनोलोन (methyldienolone), मेट्रीबोलोन (metribolone ), मीबोलीरोन (mibolerone), 19- नोरएंड्रोस्टेनएडीओन (19-norandrostenedione), नोरबोलीटोन (norboletone ), नोरक्लोजटेबोल (norclostebol), नार्थथंडरालोन (norethandrolone), ऑक्साबोलोन (oxabolone ), ऑक्सेंड्रोलोन (oxandrolone), ऑक्सोमेस्टेरोन (oxymesterone), ऑक्सीमिथोलोन (Oxymetholone), 70 प्रोस्टेनोजोल (prostanozol), क्वीनबोलोन (quinbolone ), स्टेनबोलोन (stenbolone ), तथा टेट्राहाइड्रोजेस्ट्रीनोन (tetrahydrogestrinone)।

Note: नन्द्रोलोन (Nandrolone) का सेवन अमेरिका (U.S.A.) की भाविका फ्लोरेंस ग्रिफ्थ जोयनर (Florence Griffith Joynener - There is controversy over Griffith-Joyner's world record as questions have been raised as to whether the wind actually was ever zero, as indicated by the trackside anemometer, (An anemometer is a device used for measuring wind speed, and is a common weather station instrument. The triple-jump anemometer, some 10 metres away, read 4.3 m/s, more than double the acceptable limit.[3] Despite the controversy, the record is ratified by the IAAF. The second fastest athlete of all time is Carmelita Jeter (USA) with 10.64 seconds in 2009, She won the 100 m bronze at the 2007 World Championships in Athletics and a gold at the World Athletics Final. Jeter won a second World Championship bronze.) ने किया था, जिसने 1988 सिभोल ओलम्पिक में 100 व 200 मीटर की दौड़ में विश्व रिकार्ड बनाया, जो आज तक (2017 तक) भी कोई तोड़ नहीं पाया है, इनका समय 100 व 200 मीटर में क्रमश: 10.61 sec. तथा 21.34 sec. था। अर्जेन्टीना के चर्चित फुटबॉल खिलाड़ी डियेगो मेराडोना (Diego Maradona) को भी नन्द्रोलोन के सेवन के कारण प्रतिबंधित किया गया। कनाडा के 100 मीटर के धावक बेन जॉनसन (Ben Johnson Ben Johnson defeated defending champion Carl Lewis from the United States with a world record time of 9.79s, topping his own record of 9.83s that he set at the 1987 World Championships in Athletics in Rome. Two days later, Johnson was stripped of his gold medal by the International Olympic Committee (IOC) When his post-race drug test indicated steroid use. His record time of 9.79 seconds was also erased. The gold medal for the 100 meters was awarded to Carl Lewis having time of 9.92 Sec.) को स्टेनोजोलोल (Stanozolol) के सेवन के कारण प्रतिबंधित किया गया, बेन जॉनसन ने 1988 सियोल ओलंपिक में 100 मीटर फर्राटा दौड़ में 9.79 सैकण्ड का समय निकाल कर धरती पर पहला पुरूष होने का कीर्तिमान बनाया कि जिसने 100 मीटर की दौड़ 10 सेकेंड से कम समय में पूरी की (IOC Carl Lewis from the United States with a world record time of 9.79s)। अंतराष्ट्रीय ओलम्पिक समिति (IOC) द्वारा डोपिंग के कारण प्रतिबंध लगाने पर इनका स्वर्ण पदक वापस ले लिया गया। अमेरिका की धाविका मरियन जोस (Marion Jones) पर भी नंद्रोलोन के सेवन के कारण 2000 सिडनी ओलम्पिक (Sydney Olympic Australlia ) में प्रतिबंध लगाया गया। बालको स्कैन्डल (BALCO Scandal) में मरियन जोन्स (Marion Jones), अमेरिका के ही 100 मीटर फर्राटा दौड़ के धावक (Tim Montgomery- 1st Ex Husband of Marian Jones) व अमेरिका के गोलाफेंक खिलाड़ी (Shot puter) सी.जे. इंटर (C. J. Hunter 2nd Ex Husband of Marian Jones) का नाम आया, जिसके कारण तीनों पर ही यूनाइटेड स्टेट एन्टी डोपिंग एजेंसी (USADA United State Anti Doping Agency) द्वारा जीवनभर के लिए प्रतिबंध लगा दिया।

नंद्रोलोन (Nandrolone) : इसको पुरुष के सेक्स हॉर्मोन टेस्टोस्टीरॉन (Testosterone) का रासायनिक रूप से सौतेला भाई माना जाता है। एक साधारण व्यक्ति में टेस्टोस्टीरॉन की मात्रा मूत्र में 0.6ng/ml होती है। अंतराष्ट्रीय ओलम्पिक समिति (I.O.C.) ने इसको प्रतिबन्धित करने के लिए इसकी मात्रा की सीमा पुरूषों के लिये 2ng/ml तथा महिलाओं के लिए 5ng/ml निर्धारित की है। ng का अर्थ Nano gram से है।

टेस्टोस्टीरॉन (Testosterone) : मूत्र के नमूने में टेस्टोस्टीरॉन (Testosterone) और एपोटेस्टोस्टीरॉन (Epitestosterone) के मध्य अनुपात 61 से अधिक आने पर डोपिंग (Doping) के अन्तगति प्रतिबन्धित कर दिया जाता है। अगर इसके अनुपात का अन्तर 10 से अधिक आये तो उसे पॉजीटिव (Positive) माना जाता है और 6 से 10 के बीच में हो तो इसे अग्रिम जांच के लिये रखा जाता है। जांच में पिछले परीक्षण को देखा जाता है, अंतस्रावी ग्रन्थियों (Endocrine Glands) के आधार पर इसकी जांच की जाती है तथा कई महीनों तक परीक्षण के परिणाम की घोषणा नहीं को जाती।

टीम मोंटगोमरी (Tim Montgomery ) अमेरिका के 100 मी के धावक पर टेस्टोस्टोरोन (Testosterone) और ह्यूमन ग्रोथ हॉर्मोन (Human) Growth Hormone IGF-1) नामक रसायन का सेवन करने पर प्रतिबंध लगा दिया गया था। टीम मोन्टगोमरी वह खिलाड़ी हैं जिसने उसेन बोल्ट - जमैका (Usain St Leo Bolt In 100m 9.58 sec (2009 at Berlin), In 200m 19.19 (2009 in Berlin) से पहले 2002 में 100 मीटर फर्राटा दौड़ में 9.78 सेकेण्ड का समय निकाल कर विश्व कीर्तिमान बनाया था। डोपिंग किसे कहते हैं में लीचे पुरुष और महिला के शरीर पर प्रभाव के विषय में बताया गया है।

पुरूषों के लिए प्रभाव

1. किडनी व लीवर ठीक प्रकार से कार्य नहीं करते।

2. छाती का आकार बढ़ जाता है।

3. हृदय से सम्बन्धित बीमारियां हो जाती हैं।

4. रक्त दाब बढ़ जाता है।

5. हड्डियां लम्बी व कमजोर होने लगती है।

6. डिप्रेशन (Depression) का शिकार हो जाता है।

7. समाज से कटके रहने लगता है।

स्त्रियों के लिए प्रभाव

1. आवाज भारी हो जाती है।

2 शरीर पर बाल आने लगते हैं। 

ii. अंतर्जात एनाबोलिक एंड्रोजनिक स्टीरॉयड का बहिर्जातीय प्रयोग (एंड्रोजीनस ए.ए.एस. वेन एडमिनिस्टर एक्सोजीनियसली. Endogenous refers to a substance which is ordinarily produced by the body normally)

एंड्रोजनिक (अंतजति) से तात्पर्य ऐसे पदार्थों से है जिसे शरीर प्राकृतिक रूप से उत्पादित करता है। यहां पर एंड्रोजीनस को एनाबोलिक एंड्रोजनिक स्टीरॉयड रहित रखा गया है, जिससे तात्पर्य ऐसे रसायनिक विशेष पदार्थ से है जो पौरष तत्व के गुणों को विकासित तथा कृतकों का निर्माण करते हैं। इसके अंतर्गत आने वाले कारकों की सूची वादा द्वारा प्रकाशित निम्नलिखित है।

एंड्रोस्टैनेडियोल (Androstenediol), एंड्रोस्टैनोडियोना (androstenedione), डाइहाड्रोटेस्टोस्टीरोन (dihydrotestosterone), परास्टीरोन (prasterone), टेस्टोस्टीरोन तथा उनके चयपचयक और मिलते-जुलते पदार्थ (testosterone and their metabolites and isomers, including but not limited to) sá एंड्रोस्टेन (- 5á androstane), à एंड्रोस्टैन-3 (5á androstane-3a), 17 à डॉल (178 diol), एंड्रोस्ट (androst), (4-ene-3á), ), एंड्रोस्ट-4-ई.एन.ई.-3a17a-diol (androst-4-ene3a17á-diol, androst-5 ene 3á, 17á-diol, androst-5-ene-3á, 17â-diol;androst-5-ene-3â, 17á-diol;4-androstenediol, epitestosterone, etiocholanolone; 3á-hydroxy-5á-androstan-17-one, 3å-hydroxy-5á-androstan-17-one7ȧ-hydroxy-DHEA, 7a-hydroxy-DHEA 7-keto-DHEA ), 19-नोरएंड्रोस्टीरोन (19-norandrosterone), 19-नोरटीओकोले नेलीन (19 noretiocholanolone.

(b) अन्य एनाबॉलिक कारक जिन्हें सीमिति रूप से शामिल किया गया है (Other Anabolic Agents, Including but not Limited to)

इसके अंतर्गत निम्नलिखित कारक आते है- Clenbuterol, Selective androgen Receptor Modulators (SARMs), Tibolone, Zeranol, Zilpaterol.

S2. पेपटाइड हार्मोन्स वृद्धि कारक तथा सम्बन्धित पदार्थ (Peptide Hormones, Growth Factors and Related

Substances) पेपटाइड हॉर्मोन्स (Peptide Hormones Peptide hormones are secreted and function in an endocrine manner to regulate many physiological functions, including growth, appetite and energy metabolism, cardiac function, stress, and reproductive physiology. Many signal via G protein-coupled receptors) शरीर में एक अंग से दूसरे अंग के लिये सन्देश वाहक का कार्य करते हैं जो शरीर की वृद्धि, खिलाड़ी के व्यवहार तथा यौन व्यवहार को उत्तेजित करते हैं। वृद्धि कारक (Growth Factors) में सिमेटिक्स (Mimetics) आते है, यह वे पदार्थ होते हैं जो अन्य सम्बन्धित रसायनिक पदार्थों की नकल या उसके अनुरूप प्रयोग किये जाते है।

सम्बन्धित पदार्थों (Related Substance) में एनालॉगस (Analogus) आते हैं, यह वे पदार्थ होते हैं जो रचनात्मक रूप से अन्य पदार्थों के समान होते है।

इसके अंतर्गत निम्नलिखित पदार्थ तथा उनके कारक आते है जिन पर वाडा ने पूर्ण रूप से प्रतिबंध लगा रखा है

(i) अरीथ्रोपोइसिस उत्तेजक (Erythropoiesis Stimulating Agents [eg (एरीथ्रोपॉइटीन Erythropoietin (EPO)}, डर्बीपोइटिन

(Darbepoetin-dEPO), हाइपोक्सिया को स्थिर रूप से प्रेरित करने वाले कारक (Hypoxia Inducible Factor-HIF stablizers), मिथोक्सी पॉलीथीलीन ग्लाइकोल इपोइटीन बीटा (Methoxy polythylene glycolepoetin beta-CERA), पेजीनेसाइड (Peginestide), हेमाटाइड (Hematide) ]

(ii) कोरियोनिक गोनेडोट्रॉफिक (Chorionic Gonadotrophic [CG] ) तथा ल्यूटेंजिंग हॉर्मोन (Luteinizing Hormone LH) तथा पुरूषों में इसको स्रावित करने वाले कारक।

(iii) कॉटिकोट्रोफोन (Corticotrophin-ACTH) तथा इसको स्रावित करने वाले कारक।

(iv) ग्रोथ हॉर्मोन (Growth Hormones-LGH) तथा इसको साबित करने वाले कारक।

(v) इन्सुलीन लाइक ग्रोथ फैक्टर (Insulin-like growth factor-1 IGF-1)।

1. अरीथ्रोपोइसिस उत्तेजक (Erythropoiesis Stimulating Agents [eg एरीथ्रोपॉइटीन Erythropoietin (EPO)}, डर्बीपोइट्रिन (Darbepoetin-dEPO), हाइपोक्सिया को स्थिर रूप से प्रेरित करने वाले कारक (Hypoxia Inducible Factor-HIF stablizers), मिथोक्सी पॉलीथीलीन ग्लाइकोल इपोइटीन बीटा (Methoxy polythylene glycol epoetin beta-CERA), पेजीनेसटाइड (Peginestide ), हेमाटाइड (Hematide )]

एरीथोपोयटिन (Erythropoitien-EPO) - एरीथ्रोपोयटिन शब्द में 'Erythro' का सम्बन्ध लाल रक्त कोशिका (R.B.C.) से हैं इसको EPO के नाम से जाना जाता है यह एक ग्लाइको प्रोटीन (Glyco Protein) होता है जिसका उत्पादन गुर्दे (Kidney) द्वारा होता है। इसका मुख्य कार्य लाल रक्त कोशिका (R.B.C.) के उत्पादन को बढ़ाना होता है। यह साइटोकीन होता है, जो एरीथोसाइटिस (R.B.C.) के लिए मेरूरज्जु (Bone Marrrow) में प्रीकजर्जर का कार्य करता है और इसके द्वारा कोशिकाओं को भी उत्तेजित किया जाता है जिससे लाल रक्त कोशिका (R.B.C.) का उत्पादन बढ़ जाता है।

FAQ.

प्रश्न - डोपिंग से क्या आप समझाते हैं?

उत्तर - डोपिंग माने खेल के मैदान में बाजी मरने के लिए नशीली दवाओं का इस्तेमाल , शारीरिक खेलकूद और मनोरंजन के क्षेत्र में शारीरिक क्षमता बढ़ाने के लिए दवाओं का सेवन सैकड़ों वर्षों से चल रहा है. सन् 1904 के मैराथन चैम्पियन टॉमस हिक्स के कोच ने रास्ते में उसे सल्फेट ऑफ स्ट्रिकनाइन के इंजेक्शन लगाये और ऐसे तमाम प्रसंग हैं, खेल प्रतियोगिताओं में दवाओं के बढ़ते चलन को देखते हुए हो दुनिया में सबसे पहले 1928 इंटरनेशनल एमेच्योर एथलेटिक्स फेडरेशन ने (जिसका नाम अब इंटरनेशनल एसोसिएशन ऑफ एमालेटिक्स फेडरेसन आईएएएफ ने डोपिंग पर रोक लगाईं।

उस वक्त यह रोक मौखिक थी, क्यों कि टेस्टिंग का तब तक विकास नहीं हुआ था, केवल खिलाड़ियों के मौखिक आश्वासन से काम 1966 में अंतरराष्ट्रीय फुटबल फेडरेशन (फीफा) और यूनियन साइकलिस्ट इंटरनेशनल आईएएएफ के साथ मिलकर इस दिशा में काम करने का फैसला किया । सबसे पहले 1966 की यूरोपीय चैंपियन में टेस्ट हुए और उसके दो साल बाद अंतरराष्ट्रीय ओलिंपिक काउंसिल (आइओसी) से 1968 को ओलिंपिक खेलों में इस टेस्ट शुरू किये, उस समय एक भी वर्ल्ड एंटी डोपिंग एजेंसी (वा) नहीं बनी थी उसकी स्थापना 10 नवंबर 1999 में हुई और से इस दिशा में कसे कसे अलग-अलग देशों में नेशनल एंटी डोपिंग एजेंसी (नाडा) भी बनायी गयी है भारत में ना की प्रयोगशाला दिल्लों में है।

हाल ही में, राष्ट्रीय डोपिंग रोधी एजेंसी (NADA) नियम 2015 के कुछ नियमों को चुनौती देने वाली दिल्ली उच्च न्यायालय में एक याचिका का दस्तावेजीकरण किया गया है।

आइए जानें कि खेलों में डोपिंग क्या है और इसे नियंत्रित करने वाले राष्ट्रीय और अंतर्राष्ट्रीय निकाय क्या हैं।

प्रश्न 1- डोपिंग क्या है?

 उत्तर - डोपिंग प्रतिस्पर्धी खेलों में प्रतिबंधित पदार्थों का उपयोग है। प्रदर्शन बढ़ाने वाली दवाएं (PEDS) एक अन्य शब्द है जिसका उपयोग प्रतिभागियों द्वारा अपनी एथलेटिक क्षमताओं में सुधार के लिए उपयोग की जाने वाली दवाओं के लिए किया जाता है।

प्रश्न 2- डोपिंग के प्रभाव क्या हैं?

उत्तर - जैसा कि पहले उल्लेख किया गया है, डोपिंग पदार्थों का उपयोग प्रतिस्पर्धी खेलों में प्रदर्शन को बढ़ावा देने या अन्य प्रतियोगियों के प्रदर्शन में अनुचित लाभ प्राप्त करने के लिए किया जाता है। प्रदर्शन में सुधार के अलावा, इन दवाओं के उपयोग से संबंधित एक उच्च खतरा है। कुछ केडोपिंग के नकारात्मक प्रभावों में शामिल हैं:

• कार्डियोवैस्कुलर: अप्रत्याशित दिल की धड़कन ताल, उच्च रक्तचाप, कार्डियोवैस्कुलर जब्त, अप्रत्याशित मौत।

• केंद्रीय तंत्रिका तंत्र: नींद न आना, घबराहट, अवसाद, आक्रामकता, खुद को नुकसान पहुंचाना, माइग्रेन, वापसी, मनोविकृति, कंपकंपी, मतली, स्ट्रोक

• श्वसन: नाक से खून आना, साइनसाइटिस

शिक्षा हार्मोन: गाइनेकोमास्टिया (स्तन का बढ़ना), कैंसर, वृषण का आकार कम होना, बांझपन, कम सेक्स ड्राइव, एक्रोमेगाली (चेहरे, हाथों और पैरों में मोटे हड्डियां)

अधिक हद तक एक अतिरिक्त चिंता नैतिक दुविधा है। इन प्रतिबंधित पदार्थों का उपयोग अनुचित लाभ को बढ़ाने के लिए किया जाता है जो मूल रूप से खेल भावना को नष्ट कर देता है।

प्रश्न - 3 डोपिंग को कौन नियंत्रित करता है?

उत्तर - जैसा कि पहले ही व्यक्त किया जा चुका है, डोपिंग उल्लंघन के लिए स्क्रीन करने वाले संघ विभिन्न खेलों में भिन्न होते हैं।

सबसे बड़ा डोपिंग रोधी संघ विश्व डोपिंग रोधी एजेंसी (वाडा) है। इसने एक सहकारी, डोपिंग रोधी कार्यक्रम तैयार किया है जो उन खेलों पर लागू होता है जिन्होंने WAPA  को बनाए रखने की प्रतिज्ञा रात हैं।

WAPA कोड उनकी "डोपिंग रोधी नीतियों, नियमों और दिशा-निर्देशों को खेल संघों और सार्वजनिक प्राधिकरणों के साथ" पर प्रकाश डालता है
ग्लोब"।

660 से अधिक खेल संघों ने अंतर्राष्ट्रीय ओलंपिक और पैरालंपिक समितियों, सभी ओलंपिक खेल अंतर्राष्ट्रीय संघों और राष्ट्रीय ओलंपिक और पैरालंपिक समितियों सहित डब्ल्यूएपीए कोड पर हस्ताक्षर किए हैं।

WADA दिशानिर्देशों का कार्यान्वयन सार्वजनिक डोपिंग रोधी प्राधिकरणों द्वारा किया जाता है, उदाहरण के लिए, राष्ट्रीय डोपिंग रोधी एजेंसी (NADA)।

• इसे 1999 में एक विश्वव्यापी स्वतंत्र कार्यालय के रूप में स्थापित किया गया था, जिसका गठन और वित्त पोषण दुनिया के खेल प्राधिकरणों और सरकारों द्वारा समान रूप से किया गया था।

• इसकी स्थापना आईओसी द्वारा खेलों में नशीली दवाओं के खिलाफ लड़ाई को आगे बढ़ाने, संगठित करने और निगरानी करने के लिए की गई थी।

• यह मॉन्ट्रियल, कनाडा में स्थित है। टी ताला है

इसके प्रमुख कार्यों में वैज्ञानिक अनुसंधान, प्रशिक्षण, डोपिंग रोधी क्षमताओं की उन्नति, और विश्व डोपिंग रोधी संहिता का पालन शामिल है - सभी खेलों और सभी देशों में डोपिंग रोधी रणनीतियों को व्यवस्थित करने वाला दस्तावेज़।

प्रश्न - 4 अंतरराष्ट्रीय ओलंपिक समिति (आईओसी)।

उत्तर - अंतर्राष्ट्रीय ओलंपिक समिति (IOC) एक गैर-सरकारी विश्वव्यापी संघ है जिसकी स्थापना 1894 में हुई थी।
आईओसी  के लक्ष्य।

आईओसी का उद्देश्य ओलंपिक खेलों के नियमित आयोजन और ओलंपिक और ओलंपिक आंदोलन को प्रोत्साहित करना है।

प्रश्न -5 ओलंपिज्म क्या है?

उत्तर - ओलंपिज्म जीवन जीने, शरीर, इच्छा और मन की क्षमताओं को बढ़ाने और संयोजित करने का एक तरीका है।
संस्कृति और शिक्षा के साथ खेलों का सम्मिश्रण, ओलंपिज्म एक जीवन शैली को कड़ी मेहनत में अनुभव किए गए आनंद पर निर्भर करता है, मूल नैतिक आचरण के लिए स्थापना और उदाहरण और सम्मान के मौलिक मूल्य।
ओलंपिक विकास का उद्देश्य युवाओं को बिना किसी पूर्वाग्रह के और ओलंपिक भावना के खेल के माध्यम से एक शांतिपूर्ण और बेहतर दुनिया का पोषण करना है, जिसमें बंधुत्व, एकजुटता और निष्पक्ष खेल की भावना के साथ साझा समझ की आवश्यकता होती है।

राष्ट्रीय डोपिंग रोधी एजेंसी (नाडा)राष्ट्रीय डोपिंग रोधी एजेंसी (NAPA) भारत में सभी खेलों में दवाओं के उपयोग को नियंत्रित करने और निगरानी करने के लिए उत्तरदायी केंद्रीय एजेंसी है।

नाडा विश्व डोपिंग रोधी संगठन (वाडा) द्वारा बनाए गए नियमों के अनुसार डोपिंग रोधी नियमों और दिशानिर्देशों के कार्यान्वयन का प्रबंधन करता है। NADA में भारतीय ओलंपिक संघ (10A) के अधिकारी और शोधकर्ता शामिल हैं। शारीरिक शिक्षा, राष्ट्रीय डोपिंग रोधी एजेंसी भारतीय खेलों को पूरी तरह से डोप मुक्त बनाने और शिक्षा और अनुसंधान को आगे बढ़ाने और खिलाड़ियों को जागरूक करने के लिए संकल्पित है।

प्रश्न - 6 नाडा के प्राथमिक लक्ष्य हैं

उत्तर- 
• वाडा द्वारा बनाए गए डोपिंग रोधी नियमों का पालन करना और देश में सभी खेल संघों द्वारा अनुपालन सुनिश्चित करना।

• भारत में डोप मुक्त खेल संस्कृति को प्रोत्साहित करना।



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