Saina Nehwal Husband(साइना नेहवाल के हसबैंड)
Saina Nehwal Husband Parupalli Kashyap साइना नेहवाल से 14 दिसंबर 2018 को शादी के पवित्र बंधन में निजी समारोह में बंधे। पारुपल्ली कश्यप बैडमिंटन के एक अच्छे खिलाड़ी हैं। साइना नेहवाल को पारुपल्ली कश्यप से मुलाकात महज 10 साल की उम्र में हुआ था साइना नेहवाल ने एक इंटरव्यू में इस जानकारी को साझा किया था। साइना नेहवाल को पारुपल्ली कश्यप बैडमिंटन खिलाड़ी को सन् 2000 में पहली ही मुलाकात में पसन्द कर दिया था । साइना नेहवाल ने इंटरव्यू के दौरान बताया कि सन 2010 में उन्हें लगा कि पारुपल्ली कश्यप जी ही उनके जीवन के सच्चे साथी है।
साइना नेहवाल ने बताया कि मैं और पारुपल्ली कश्यप सन 2000 में हैदराबाद के एक शिविर में मिले थे। हम दोनों का अलग-अलग ग्रुप था अभ्यास के दौरान हम दोनों ज्यादा बात नहीं करना चाहते थे और कश्यप एशियाई खेलों के दौरान चोटिल थे। कश्यप को लगता था की अगर मैं खेल देखूंगा तो खेल के दौरान साइना नेहवाल का लय बिगड़ जाएगी और खेल का भी परिणाम बदल सकता है ।
साइना ने इंटरव्यू के दौरान बताया कि कश्यप चोटिल होने के बाद भी मैंने उनको स्टेडियम में आते हुए देखा था। पारुपल्ली कश्यप पीठ की चोट खेल के दौरान लगी थी उनको 1 हफ्ते का रेस्ट लेना था। उन्होंने कहा कि मैं तुम्हें इस तरह देखू इस से अच्छा है कि मैं आकर तुम्हारी सहायता करूं, मैंने सोचा कि एक पुरुष खिलाड़ी मेरी इस तरह सहायता करें तो इससे अच्छा और मेरे लिए क्या होगा। वह दो हफ्ता मेरे जिंदगी का सबसे यादगार पल था। साइना ने बताया कि इससे पहले मेरे ऊपर कोई इस तरह चिल्लाता हुआ नहीं दिखा था।
वहीं दूसरी ओर पारुपल्ली कश्यप ने एक इंटरव्यू में निजी रिश्ते के बारे में जानकारी साझा करते हुए बताया कि अभ्यास के दौरान साइना से प्रतिदिन मुलाकात करते थे और वहीं से हम दोनों में प्यार की नजदीकियां बढ़ी और हम दोनों भावात्मक रूप से जुड़ गए।
पारुपल्लवी कश्यप साइना नेहवाल के हसबैंड।(ParuPallavi Kashyap Saina Nehwal ke husband)
Saina Nehwal Biography (साइना नेहवाल का जीवन काल।)
साइना नेहवाल का जन्म 17 मार्च 1990 को हिस्सार, हरियाणा के एक जाट परिवार में हुआ था। इनके पिता का नाम डा० हरवीर सिंह नेहवाल और माता का नाम उषा रानी नेहवाल था। साइना नाम साईं के नाम से बना है। साइना ने शुरूआती प्रशिक्षण हैदराबाद के लाल बहादुर स्टेडियम, हैदराबाद में कोच नानी प्रसाद से प्राप्त किया। माता-पिता के बैडमिंटन खिलाड़ी होने के कारण साइना का बैडमिंटन की ओर रूझान शुरू से ही था। पिता हरवीर सिंह ने बेटी की रूचि को देखते हुए उसे पूरा सहयोग और प्रोत्साहन दिया।
साइना अब तक कई बड़ी उपलब्धियां अपने नाम कर चुकी है। वे विश्व कनिष्ठ बैडमिटन विजेता रह चुकी हैं। ओलम्पिक खेलों में महिला एकल बैडमिंटन का काँस्य पदक जीतने वाली वे देश की पहली खिलाड़ी हैं। इनके कोच का नाम पुलेला गोपी चन्द है। उन्होंने 2006 में एशियाई सैटलाइट प्रतियोगिता भी जीती है। इसके अलावा इनकी उपलब्धियां निम्न हैं।
Saina Nehwal Awards (साइना नेहवाल के अवार्डस)
- 2012 लंदन ओलम्पिक में कांस्य पदक महिला एकल ।
- 2010 गवांगजोह एशियाई प्रतियोगिता में कांस्य पदक महिला एकल।
- 2014 नई दिल्ली उबेर कप में कांस्य पदक महिला युगल ।
- 2014 ईचियॉन एशियाई खेल में कांस्य पदक महिला युगल ।
- 2010 नई दिल्ली राष्ट्रमण्डल खेल स्वर्ण पदक, महिला युगल ।
- 2010 नई दिल्ली राष्ट्रमण्डल खेल में रजत पदक मिश्रित ।
- 2006 मेलबोर्न राष्ट्रमण्डल खेल कांस्य पदक मिश्रित ।
- 2008 विश्व कनिष्ठ बैडमिंटन प्रतियोगिता स्वर्ण पदक पूणे लड़कियो का एकल ।
- 2006 ईचियॉन विश्व कनिष्ठ बैडमिंटन प्रतियोगिता रजत पदक एकल ।
- 2008 राष्ट्रमण्डल युवा खेल स्वर्ण पदक पूणे एकल ।
- 2004 राष्ट्रमण्डल युवा खेल रजत पदक बेंडिगो मिश्रित टीम ।
साइना नेहवाल के विषय में अन्य महत्वपूर्ण जानकारी।
2016 में, भारत सरकार ने पद्म भूषण - भारत का तीसरा सर्वोच्च नागरिक पुरस्कार - उन्हें प्रदान किया। इससे पहले, देश के शीर्ष दो खेल सम्मान, अर्थात् राजीव गांधी खेल रत्न (2010) और अर्जुन पुरस्कार (2009), भी थे। भारत सरकार द्वारा उन्हें प्रदान किया गया। 4 अगस्त 2012 को, उन्होंने लंदन ओलंपिक में कांस्य पदक जीता जब चीन की वांग शिन ने 18-21, 0-1 से मैच में चोट के बाद मैच से संन्यास ले लिया।