Aim and objective of Yoga (योग का लक्ष्य और उद्देश्य) BPED Yoga Education

Aim and objective of Yoga(योग का लक्ष्य और उद्देश्य).

योग जीवन को अच्छी तरह से समझने और उसे अच्छी तरह से जीने की कला में निपुण करता है। हमारे जीवन के सभी पक्षों और विकास की All dimensions को योग क्रियाओ पर प्रभाव डालती है। अत: हम योग के महत्व को इस प्रकार से समझ सकते है। कि जीवन के हर क्षेत्र में चाहे वह शिक्षा का क्षेत्र, आर्थिक क्षेत्र स्वास्थ्य क्षेत्र सामाजिक व नैतिक क्षेत्र हो । इन सभी क्षेत्रों में योग का बहुत अधिक महत्व है। योग का मुख्य लक्ष्य  व्यक्ति का सर्वागीण विकास करना है। 

प्रत्येक व्यक्ति के जीवन में समस्याओं को हल होती है। यदि वह बहुत सी समस्याऐ करने में असफल हो जाता है। तो उनकी life दुखी व अभांत रहती है। तथा जीवन के प्रत्येक क्षेत्र में पीछे रह जाता है। इस तरह की परिस्थितियों से बचने के लिए व्यक्ति को स्वयं को इतना मजबूत बना लेना चाहिए कि जिंदगी की तमाम समस्याओं व परेशानी को बड़े आराम से सुलझाया जा सके। समस्या  यदि कोई शारीरिक या शरीर मे कोई विकार उत्पन्न हो जाता है। तो शरीर को उससे सभी सामना करने की शक्ति होनी चाहिए योग का मुख्य लक्ष्य यही है। कि व्यक्ति प्रत्येक परिस्थिति में दृढ़ता से समस्या का सामना करने के लिए सदैव तैयार रहे ।

Aim and objective of Yoga(योग का लक्ष्य और उद्देश्य)

योग Objectives (उद्धेश्य)

  1. Physically objective.
  2. Mentally objective.
  3. Socially objective, 
  4. Emotional objective.
  5. Character objective. 
  6. Spritual obylective
  7. Discipline objective 
  8. Cultural objective
  9. National objective
  10. International objective

1. Physically objective योग का मुख्य उद्देश्य व्यक्ति का शारीरिक विकास करना है । यौगिक क्रियाओं के द्वारा व्याक्त के शरीर के सभी अंग शामिल होते है उदाहरण प्राणायाम जिससे उनके विकार दूर हो जाते है।

2. Mentally objective योग द्वारा व्यक्ति के मानसिक विकास में मदद मिलती है। व्यक्ति जब रोजमर्रा के कार्यो से थक जाता है। तो उस समय आराम जैसे आसान मकरासन, शव आसन आदि के प्रवारा अपने दिमाग को तरोताजा बना लेता है।

3. Socially objective योग व्यक्ति का सामाजिक विकास करने में भी अहम भूमिका निभाता है। योग व्यक्ति को ऊँच नीच व अमीर गरीब की सोच से निकालकर एक अच्छा इन्सान बनाने में मदद करता है। योग में जब 'विभिन्न समूह या जाति के व्यक्ति आपस में मिलते है तो उनमें सामाजिक भावना पैदा होती है। अत: हम कह सकते है कि सामाजिक विकास भी योग का मुख्य उद्देश्य है।

4.Spritiual objective योग का मुख्य उद्देश्य व्यक्ति का अध्यात्मिक विकास करना है। यौगिक क्रियाओं व विभिन्न आसनों जैसे सुरला आसन व आराम आसन आदि व्यक्ति को गहन  अध्ययन की ओर जाते  है पुराने समय अध्ययन ऋषि मुनि व महान यौगिक क्रियाओं के द्वारा ही आत्मा को ही परमात्मा में लीन कर लेते थे और वर्षो तक एक ही अवस्था में बैठे रहते थे वह योग की शक्ति थी जो उन्हें अध्यात्मिक रूप से इतना मजबूत बना देती थी उन पर प्राकृतिक मर्यादाओं का भी कोई असर नही पड़ता था ।

5. Emotional objective. प्रत्येक व्यक्ति माज अपने मन की व आत्मा की शान्ति चाहता है। आज का मनुष्य अनेक समस्याओं से घिरा हुआ है। और इस कारण से उसके स्वभाव में चिड़चिड़ापन व क्रोध स्वाभाविक होता है। योग ऐसे व्यक्तियों को भावनात्मक रूप से इतना मजबूत व परिपक्व बना देता है। वह अलग-2 परेशानी में भी अपनी भावनाओं को नियंत्रित में रखते हुए को अच्छे से व्यतीत करता है। हुए जीवन को अच्छे से व्यतीत करता है।

7. Character objective प्रत्येक व्यक्ति के चित्रात्मक विकास करने में भी योग का अहम योगदान है। योग व्यक्ति को ही अच्छे आचरण अपनाने पर बल दिया जाता है। क्योंकि एक अच्छे चरित्र का व्यक्ति परमात्मा के ज्यादा निकट होता है। इसके विपरीत चरित्रिक अवगुणों से युक्त व्यक्ति परमात्मा से बहुत दूर होता है। और वह व्यर्थ के झगडे और लगाव में अपना जीवन गवा देता है। योग में धनात्मक आसनों के दवारा ही व्यक्ति में अच्छे गुणों का विकास होता है। योग करने वाला व्यक्ति सत्यावादी, परोपकारी, ईमानदार व दूसरों की मदद तत्पर होता है।

8. Discipline obyective जीवन की गतिविधियों आहार विहार और आचरण को लगातार और नियमित अनुशासन में रखने में योग सहायक होता है योग समाज एवं राष्ट्र को भी के साथ अनुशासन साचे में डालने में मदद करता है।

8.Cultural objective योग द्वारा व्यक्ति को अपनी संस्कृति सें भी परिचित करवाया जाता है सास्कृतिक धरोहर की सुरक्षा और विकास में योग बहुत सहायक होता है। इसके अतिरिक्त योग अच्छे संस्कार का विकास करने में योगदान देता है।

9. National objective योग के द्वारा एक राज्य के विशेष नागरिकों में द्वारा राज्य राष्ट्रीयता की भावना पैदा की जाती है। योग राष्ट्रीय चरित्र के निर्माण में भी सहयोग करता है। और खेलकूद व प्रतियोगिता में भी ऊँचा रखने में मदद करता है।

10. International objective इसका उद्देश्य योग द्वारा अंतर्राष्ट्रीय सद्‌भावना भाईचारा प्रेम और सहयोग की सद्‌भावना करता विचारो का पोषण करने में मदद है। 

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